श्रेणी: Blog
-
Issue 66 -हिस्सेदारी सभा के प्रयत्नों से हुआ सड़क निर्माण
ग्राम पंचायत बाईजगवाडा में वन रेंज कार्यालय के सामने स्थित बीज मोहल्ले में लोग सड़क को लेकर बहुत परेशान थे। गांव की कच्ची सड़क पर गड्ढों और बारिश में कीचड़ के कारण वहां रहने वाले लोगों को, ख़ासकर बच्चों को स्कूल जाने में और महिलाओं को वहां से गुज़रने में, काफ़ी परेशानी आती थी ।बाईजगवाडा…
-
Issue 65 – चार गांवों में हुआ वृक्षारोपण उत्सव: “एक पेड़ पूर्वजों के नाम पर”
अगस्त के महीने में बरझाई वन श्रृंखला के पास स्थित सालखेतिया, बरझाई, पांजरिया और सोबलियापुरा गांवों के लोगों ने अलग-अलग दिन बीज बोने और पेड़ लगाने का उत्सव मनाया । हाथों में पौधे और बीज लिए, गीत और भजन गाते और ढोल बजाते हुए,वे बरझाई घाट के वनों में पहुंचे । ये सारे गांववाले समाज प्रगति सहयोग (एसपीएस) द्वारा “एक पेड़ पूर्वजों…
-
Issue 64 – गांवों में कुपोषण दर कम करने के लिए एस पी एस की एक विशेष पहल
समाज प्रगति सहयोग (एस पी एस) संस्था की पात्रता स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम टीम गांवों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य और पोषण की निगरानी के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करती है। उन्हें अक्सर आंगनवाड़ी केंद्रों पर जाकर दौरे करने होते हैं जिनमें तय मापदंडों के अनुसार बच्चों व महिलाओं…
-
Issue 63 – महिलाओं की दृढ़ता से गांव में नल जल योजना[1] स्थापित हुई
सतवास तहसील की सिन्द्राणी ग्राम पंचायत में स्थित उन्हेल गांव लगभग 200 घरों की बस्ती है। रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए पानी की पूर्ति के लिए गांव में तीन हैंडपंप थे, और एक सरकारी बोरवेल। लेकिन गर्मी के मौसम में दो हैंडपंप पूरी तरह सूख जाते थे, और एक जो चालू रहता था उसमें पानी…
-
Issue 62 – सहभागी सिंचाई प्रबंधन से मिली बेहतर सिंचाई, दलदल से राहत
महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले के धारणी तहसील में स्थित नांदुरीगांव पहाड़ों और घने जंगलों से घिरा हुआ है। नांदुरी में लोहार, गोलान, बलाई, कोरकू और गोंड जैसे आदिवासी या अन्य पिछड़े समुदायों के 290 परिवार निवास करते हैं, जिनकी कुल जनसंख्या लगभग 1200 है। यहां के लोग दिहाड़ी मजदूरी और पूर्वजों से मिली दो से तीन एकड़…
-
Issue 61 – शिक्षण सामग्री हेतु समूहों की एकजुटता
इस वर्ष समाज प्रगति सहयोग (एस पी एस) संस्था द्वारा शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई । इसका उद्देश्य था समुदाय या समूह के स्तर पर सदस्यों के बच्चों के लिए शिक्षा पर जो मोटा खर्च आता है, उसे कम करना । भीकुपुरा…
-
Issue 60 – महिला समूह ने पानी की समस्या से राहत दिलाई
महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले की पर्वत शृंखलाओं में स्थित है मेलघाट, “घाटों का मिलन”, जो पहाड़ियों, चट्टानों और खड़ी चढ़ाईयों से घिरा हुआ खंड है । यहां के धारणी नगर पंचायत से लगभग 20 कि. मी. दूर बसा है बिबामल गांव, जिसमें पिछले कई सालों से पानी की गंभीर समस्या हो रही थी। इस गांव में ग्राम पंचायत…
-
Issue 59 – श्रमदान कार्यक्रम
खरगोन ज़िले की भगवानपुरा तहसील का एक गांव है गुलझिरी, जो लगभग 5 कि.मी. के दायरे में फैली हुई पहाड़ी श्रंखला पर स्थित है । यहां कुल 147 घर बसे हुए हैं, लेकिन रोज़गार और आमदनी की कमी के कारण अधिकांश लोग शहरों की और पलायन करते हैं । इन ग़रीब क्षेत्रों में विकास लाने के लिए…
-
Issue 58 – निरंतर प्रयास से मिला रोज़गार
खरगोन ज़िले की पलासी पंचायत के चिकलवास गांव की महिलाएं बहुत समय से पंचायत से काम की मांग कर रही थीं | गांव के लोगों को दिहाड़ी मजदूरी के काम की बहुत ज़रूरत रहती है, क्योंकि यहां के अधिकांश लोग या तो सीमांत किसान हैं, या भूमिहीन खेतिहर मजदूर । इन दोनों श्रेणियों के लोग जीवित रहने के…
-
Issue 57 – कटहल महोत्सव
हाल ही में 13 जून को उदयनगर तहसील के ग्राम पंचायत पिपरी के सीता माता मन्दिर परिसर में एक-दिवसीय कटहल महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गयाl इसमें भाग लेने वालों में अधिकतर लोग स्वयं सहायता समूहों और हिस्सेदारी सभा के सदस्य थे l समाज प्रगति सहयोग ( एसपीएस ) संस्था के उदयनगर कार्य-क्षेत्र के स्वास्थ्य…
-
Issue 56 – गर्मी से मिली बच्चों को राहत
बच्चों और गर्भवती महिलाओं में स्वास्थ्य और पोषण की वर्तमान स्थिति में सुधार लाने के लिए समाज प्रगति सहयोग संस्था के पात्रता, स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम के कार्यकर्ताओं के काम का एक पहलू है कि वे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर जाकर गांवों में बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य का उचित सर्वेक्षण करते रहें। हाल ही में ऐसे एक…
-
Issue 55 – अब गांव में ही बनने लगी बकरियों के लिए दवा और पूरक आहार
पशुओं के लिए आयुर्वेदिक औषधि और पौष्टिक आहार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बागली प्रगति समिति के पशुधन कार्यक्रम ने अप्रैल 2024 को बावड़ीखेड़ा गांव में एक आयुर्वेदिक औषधि केंद्र की स्थापना की है। बागली जनपद पंचायत (विकासखंड) के गांवों में अधिकतर लोग बकरी पालन करके अपनी आजीविका चलाते हैं। आमतौर पर यह देखा गया…
-
Issue 54 -मुर्गी शेड
निर्मदी कास्देकर मेलघाट, महाराष्ट्र, के धारणी शहर से 28 कि.मी. दूर गौवलंडोह गांव की रहने वाली हैं। उनके परिवार में कुल 6 सदस्य हैं – उनके पति, एक बेटा, बहु, और दो पोते। निर्मदी बाई घर के कार्य के साथ-साथ उनकी तीन एकड़ ज़मीन पर खेती करने में पति और बेटे को मदद करती हैं। समय के साथ…
-
Issue 53 -आंगनवाड़ी: सीख, ख़ुशी, और देखभाल के केंद्र
ग्राम कोदबार बुजुर्ग की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता राधा सोलंकी बताती हैं कि दो बच्चियां वहां की आंगनवाड़ी में नियमित रूप से आया करती थीं, लेकिन उन्होंने पाया कि 15 दिनों से उनका आना बंद हो गया है । क्योंकि समाज प्रगति सहयोग (एस पी एस) का स्वास्थ्य और पोषण कार्यक्रम आंगनवाड़ी केंद्र के अलग-अलग पहलुओं की गुणवत्ता का ख़याल रखते हुए…
-
Issue 52 -राशन दुकान: समस्या का समाधान
बागली प्रगति समिति (स्वयं सहायता समूहों का स्थानीय संघ) के ग्राम बेहरी में राशन वितरण को लेकर पिछले कई सालों से यह समस्या हो रही थी, कि राशन विक्रेता शराब पीकर नशे की हालत में राशन दुकान चलाता था [1] । माह में आधे से ज़्यादा दिन दुकान खोलता ही नहीं था, ऊपर से दो से तीन माह के राशन का…
-
Issue 51 – मनरेगा मजदूरी पाने के लिए कलेक्टर को रोका
बागली से क़रीब 12 कि.मी. दूर ग्राम पंचायत डांगराखेड़ा है l इस पंचायत में तीन गांव आते हैं – बोरी, बजरंगढ़ और डांगराखेड़ा, जिनमें गरीब आदिवासी परिवार निवास करते हैं l अपने जीवनयापन के लिए ये खेतों में मजदूरी करते हैं, या फिर काम की तलाश में गुजरात, महाराष्ट्र के लिये पलायन l डांगराखेड़ा गांव में समाज प्रगति सहयोग…
-
Issue 50 – गांव के पशुओं के स्वास्थ्य के लिए महिलाएं बनीं “पशु-सखी”
खरगोन ज़िले के नगर परिषद भीकनगांव के आस-पास के (लगभग 15 से 20 कि.मी. की दूरी पर) गांवों में रहने वाली कुछ महिलाएं “पशु-सखी” कार्य करने के लिए तैयार हुई हैं । अगस्त 2023 में समाज प्रगति सहयोग के ‘पशुधन विकास कार्यक्रम’ के कार्यकर्ता अर्जुन मोरे प्रशिक्षण के लिए लखनऊ गोट ट्रस्ट गए थे । वहीं अपने इलाके…
-
Issue 49 – स्माइलखेड़ी गाँव की महिलाओ ने अपने गाँव की लड़कियों को कंप्यूटर शिक्षा दिलाने के लिए किया प्रबन्ध।
‘हम अपनी लड़कियों को आधुनिक शिक्षा की तरफ़ कैसे ले जा सकते हैं ?’ इसी सवाल के जवाब में इस्माइलखेड़ी के प्रगति समूह की दीदियों द्वारा एक नई पहल की गई, यानी लड़कियों के लिए कंप्यूटर क्लास l हुआ यूं, कि हाटपिपलिया नारी प्रगति समिति ने जनवरी 2023 से महिलाओं और लड़कियों को आधुनिक शिक्षा देने…
-
Issue 48 – पशु स्वास्थ्य शिविर
बड़वाह महिला प्रगति समिति के कार्य-क्षेत्र में ‘पशुधन कार्यक्रम’ की टीम द्वारा पशु स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन चल रहा है । एक शिविर में लगभग 100 पशु एकत्रित होते हैं, जिनमें छोटे-बड़े दोनों प्रकार के पशुओं का निःशुल्क उपचार और टीकाकरण किया जाता है । शिविर में पशुओं की देखभाल और खान-पान को लेकर भी चर्चा की जाती है, साथ…
-
Issue 47 -पुनर्वास गांव, बड़ोदा माफ़ी पंचायत में नई राशन की दुकान
बड़ोदा माफ़ी ग्राम पंचायत के पुनर्वास गांव में राशन की दुकान नहीं थी । पुनर्वास और उसके पड़ोस के गांव बड़ोदा माफ़ी के लोगों को दो से ढाई कि.मी. का रास्ता तय करके एक दिन की मजदूरी छोड़कर राशन लेने सतवास जाना पड़ता था । राशन की दुकान बंद होने से या राशन ख़त्म हो…
-
Issue 46 – मोटे अनाज को लेकर जन जागरूकता
भोजन की थाली में मोटे अनाज से बने व्यंजन को अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए। कांटाफोड़ प्रगति समिति की बैठक में समिति लीडर्स के द्वारा यह निर्णय लिया गया। समिति लीडर्स और कार्यकर्ताओं की चर्चा के दौरान यह निकलकर आया कि हमें अपने कार्य क्षेत्र में दीवारों पर पेंटिंग, मोबाइल सिनेमा एवं नुक्कड़ नाटक…
-
Issue 45 – श्रावणबाल सेवा राज्य निवृत्तीवेतन योजना
महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले के धारणी शहर से 12 कि.मी. दूर पोहरा गाँव के रहने वाले शंकलाल मेटकर बहुत बुज़ुर्ग हैं और घर से बहुत गरीब हैं। उनके बेटे और बहू भी उनसे अलग हो चुके हैं । बाबा और उनकी बीबी लाड़की दीदी साथ रहते हैं। बूढ़े होने के कारण वे मजदूरी नहीं कर…
-
Issue 44 – एनपीएम के माध्यम से सफलता: कमला बाई की भिंडी की खेती
पुंजापुरा लोकेशन के ग्राम लक्ष्मी नगर की निवासी कमला बाई पति धनसिंह “आशा किसान प्रगति समूह” से जुड़ी हुई हैं। उनके पास 5 बीघा जमीन है और परिवार में चार सदस्य हैं। खेती, मजदूरी करके इनकी वार्षिक आय मात्र 30,000 रु. ही थी। एक दिन एक्सपोजर विजिट के लिए समाज प्रगति सहयोग के कृषि कार्यक्रम…
-
Issue 7 – उदयनगर प्रगति समिति में “जीवाह परियोजना” प्रोजेक्ट के अन्तर्गत “ज्योति किसान समूह”
उदयनगर प्रगति समिति में “जीवाह परियोजना” प्रोजेक्ट के अन्तर्गत “ज्योति किसान समूह”, मंगरादेह की एक सदस्य, सजनबाई उदयसिंह को दिनांक 26.06.2023 को बीज बुआई के लिए ट्रायल के तौर पर एक मानव चलित यंत्र मशीन दी। दीदी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि हाथ से झुककर 4 किलो बीजों को लगाने में 4…
-
Issue 6 – चारबर्डी गांव में प्राथमिक रिसर्च के बाद पता चला विकास कार्यक्रमों की मांग की जरुरत
मध्यप्रदेश के देवास जिले की बागली तहसील के अंतर्गत चारबर्डी गांव में प्राथमिक रिसर्च के बाद पता चला कि गाँव में प्रत्येक परिवार सीमांत किसानों का है। जिनकी भूमि का एक छोटा भाग केवल पुरानी पद्धति पशुपालन के साथ फसलें {गेहूं, मक्का, सोयाबीन, आदि } के उत्पादन पर ही केंद्रित है। मवेशी के खान-पान में…
-
Issue 5 – चेथर गांव में ग्रामसभा के साथ जनजाति सामुदायिक वनाधिकार
समाज प्रगति सहयोग संस्था पिछले दो सालों से चेथर गांव में ग्रामसभा के साथ जनजाति सामुदायिक वनाधिकार पर काम कर रही हैं। सामूहिक वनाधिकार वन-निवास समुदायों के अधिकारों को मान्यता देता है, जिसमें गैर-लकड़ी वन {Minor Forest Produce} उपज को इकट्ठा करने और उपयोग करने का प्रविधान है जिसमें तेंदू पत्ता भी शामिल है। दो…
-
Issue 4 – बडवाह लोकेशन में अजीम प्रेम जी फाउण्डेशन (APF)
बडवाह लोकेशन में अजीम प्रेम जी फाउण्डेशन {APF} – 3 पषुधन विकास कार्यक्रम में पैरावेट के सहयोग से कैपेसिटी बिल्डिंग पर समूह सदस्यों को ट्रेनिंग दी जा रही हैं । पैरावेट के बेसलाइन सर्वे से पता चला कि पशुधन विकास कार्यक्रम में नये और पुराने कुल सदस्य 1258 हैं। प्रोजेक्ट के अनुसार हर गाँव में…
-
Issue 3 – बागली प्रगति समिति के अंतगर्त पात्रता, स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम
बागली प्रगति समिति के अंतगर्त पात्रता, स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम के द्वारा ग्राम पंचायत बरझाई के गांव सालखेतिया में लगभग 80-90 आदिवासी परिवार निवास करते हैं। यह सारे परिवार एवं मजदूर समूह से ऋण लेकर खेती या कुछ छोटा मोटा व्यापार कर अपना जीवन यापन करते हैं। इन परिवारों को सरकारी योजनाओं के प्रति उनके…
-
Issue 2 – मेलघाट लोकेशन में पात्रता स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम
मेलघाट लोकेशन में पात्रता स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम के माध्यम से अलग-अलग गाँव की आँगनवाड़ी में कुपोषण पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कुल 26 प्रशिक्षण शिविर आयोजित हो चुके है और आगे भी चलते रहेंगे। आज दिनांक- 09/06/2023 मेलघाट लोकेशन के रतनापुर गाँव में हुए एक प्रशिक्षण की फिल्ड रिर्पोट हम आपके साथ साझा…
-
Issue 1 – जनजातियों ने किया पहचान का दावा!
सामुदायिक वन अधिकार प्रबंधन समिति (CFRMC) चेथर और सोसोखेड़ा गांवों और समाज प्रगति सहयोग द्वारा संयुक्त रूप से जिला पंचायत स्कूल, चेथर और समाज मंदिर परिसर, सोसोखेड़ा में ग्रामीण जनजाति के लोगों को जाति प्रमाणपत्र (Caste Certificate) सौंपने के लिए एक ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। मुद्दा यह है कि भारत को स्वतंत्र हुए…