चुनिंदा मुद्दे:
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Issue 69 -स्कूल व्यवस्था में हुआ सुधार
और पढ़ें: Issue 69 -स्कूल व्यवस्था में हुआ सुधारदेवास ज़िले के उदयनगर क्षेत्र में एक गांव है, तातुखेडी, जो जंगलों के बीच बसा हुआ है । यहां के अधिक्तर लोग धाड़की (देहाड़ी) मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं । गांव में पहली से आठवीं कक्षा तक सरकारी स्कूल की सुविधा है । लगभग सारे बच्चे गांव की सरकारी स्कूल में ही पढ़ते…
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Issue 68 -कुएं से मिलने लगा साफ़ पानी
और पढ़ें: Issue 68 -कुएं से मिलने लगा साफ़ पानीलाल मुरमी ज़मीन की पहाड़ियों के बीच बसा हुआ एक गांव है गुलझिरा, जो मध्य प्रदेश के खरगोन ज़िले की भगवानपुरा तहसील के अंतर्गत आता है । इस गांव में पांच फलिया (मुहल्ले) हैं । इन्हीं में से एक है बेड़ी फलिया, जो गांव से कुछ दूर पहाड़ी के ऊपरी हिस्से पर कुछ साल पहले…
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Issue 67 -एन.पी.एम (NPM) खेती से हुई लागत में कमी और मिट्टी की उर्वरता में सुधार
और पढ़ें: Issue 67 -एन.पी.एम (NPM) खेती से हुई लागत में कमी और मिट्टी की उर्वरता में सुधारग़ैर-रासायनिक खेती को बढ़ावा देने की प्रक्रिया के तहत, समाज प्रगति सहयोग (एसपीएस) की कृषि कार्यक्रम टीम क्षेत्र की कृषि पद्धतियों का अध्ययन करती है। इसी के चलते महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले में संस्था के धारणी तहसील कार्यस्थल में सर्वेक्षण किया जा रहा था। वहां लाकटू गांव में घर-घर सर्वे के दौरान कृषि कार्यकर्त्ता पंकज…
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Issue 66 -हिस्सेदारी सभा के प्रयत्नों से हुआ सड़क निर्माण
और पढ़ें: Issue 66 -हिस्सेदारी सभा के प्रयत्नों से हुआ सड़क निर्माणग्राम पंचायत बाईजगवाडा में वन रेंज कार्यालय के सामने स्थित बीज मोहल्ले में लोग सड़क को लेकर बहुत परेशान थे। गांव की कच्ची सड़क पर गड्ढों और बारिश में कीचड़ के कारण वहां रहने वाले लोगों को, ख़ासकर बच्चों को स्कूल जाने में और महिलाओं को वहां से गुज़रने में, काफ़ी परेशानी आती थी ।बाईजगवाडा…
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Issue 65 – चार गांवों में हुआ वृक्षारोपण उत्सव: “एक पेड़ पूर्वजों के नाम पर”
और पढ़ें: Issue 65 – चार गांवों में हुआ वृक्षारोपण उत्सव: “एक पेड़ पूर्वजों के नाम पर”अगस्त के महीने में बरझाई वन श्रृंखला के पास स्थित सालखेतिया, बरझाई, पांजरिया और सोबलियापुरा गांवों के लोगों ने अलग-अलग दिन बीज बोने और पेड़ लगाने का उत्सव मनाया । हाथों में पौधे और बीज लिए, गीत और भजन गाते और ढोल बजाते हुए,वे बरझाई घाट के वनों में पहुंचे । ये सारे गांववाले समाज प्रगति सहयोग (एसपीएस) द्वारा “एक पेड़ पूर्वजों…
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Issue 64 – गांवों में कुपोषण दर कम करने के लिए एस पी एस की एक विशेष पहल
और पढ़ें: Issue 64 – गांवों में कुपोषण दर कम करने के लिए एस पी एस की एक विशेष पहलसमाज प्रगति सहयोग (एस पी एस) संस्था की पात्रता स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम टीम गांवों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य और पोषण की निगरानी के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करती है। उन्हें अक्सर आंगनवाड़ी केंद्रों पर जाकर दौरे करने होते हैं जिनमें तय मापदंडों के अनुसार बच्चों व महिलाओं…
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Issue 63 – महिलाओं की दृढ़ता से गांव में नल जल योजना[1] स्थापित हुई
और पढ़ें: Issue 63 – महिलाओं की दृढ़ता से गांव में नल जल योजना[1] स्थापित हुईसतवास तहसील की सिन्द्राणी ग्राम पंचायत में स्थित उन्हेल गांव लगभग 200 घरों की बस्ती है। रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए पानी की पूर्ति के लिए गांव में तीन हैंडपंप थे, और एक सरकारी बोरवेल। लेकिन गर्मी के मौसम में दो हैंडपंप पूरी तरह सूख जाते थे, और एक जो चालू रहता था उसमें पानी…
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Issue 62 – सहभागी सिंचाई प्रबंधन से मिली बेहतर सिंचाई, दलदल से राहत
और पढ़ें: Issue 62 – सहभागी सिंचाई प्रबंधन से मिली बेहतर सिंचाई, दलदल से राहतमहाराष्ट्र के अमरावती ज़िले के धारणी तहसील में स्थित नांदुरीगांव पहाड़ों और घने जंगलों से घिरा हुआ है। नांदुरी में लोहार, गोलान, बलाई, कोरकू और गोंड जैसे आदिवासी या अन्य पिछड़े समुदायों के 290 परिवार निवास करते हैं, जिनकी कुल जनसंख्या लगभग 1200 है। यहां के लोग दिहाड़ी मजदूरी और पूर्वजों से मिली दो से तीन एकड़…
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Issue 61 – शिक्षण सामग्री हेतु समूहों की एकजुटता
और पढ़ें: Issue 61 – शिक्षण सामग्री हेतु समूहों की एकजुटताइस वर्ष समाज प्रगति सहयोग (एस पी एस) संस्था द्वारा शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई । इसका उद्देश्य था समुदाय या समूह के स्तर पर सदस्यों के बच्चों के लिए शिक्षा पर जो मोटा खर्च आता है, उसे कम करना । भीकुपुरा…
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Issue 60 – महिला समूह ने पानी की समस्या से राहत दिलाई
और पढ़ें: Issue 60 – महिला समूह ने पानी की समस्या से राहत दिलाईमहाराष्ट्र के अमरावती ज़िले की पर्वत शृंखलाओं में स्थित है मेलघाट, “घाटों का मिलन”, जो पहाड़ियों, चट्टानों और खड़ी चढ़ाईयों से घिरा हुआ खंड है । यहां के धारणी नगर पंचायत से लगभग 20 कि. मी. दूर बसा है बिबामल गांव, जिसमें पिछले कई सालों से पानी की गंभीर समस्या हो रही थी। इस गांव में ग्राम पंचायत…