महाराष्ट्र के अमरावती ज़िले के धारणी शहर से 12 कि.मी. दूर पोहरा गाँव के रहने वाले शंकलाल मेटकर बहुत बुज़ुर्ग हैं और घर से बहुत गरीब हैं। उनके बेटे और बहू भी उनसे अलग हो चुके हैं । बाबा और उनकी बीबी लाड़की दीदी साथ रहते हैं। बूढ़े होने के कारण वे मजदूरी नहीं कर पाते हैं। एक दिन समाज प्रगति सहयोग की ‘स्वास्थ्य एवं पोषण’ कार्यक्रम की कार्यकर्ता जयश्री दीदी के घर विजिट के दौरान उनकी बाबा से मुलाक़ात हुई । दीदी ने पूछा, “बाबा आपको श्रावण बाळ पेंशन के पैसे मिलते हैं क्या?” बाबा ने कहा, नहीं मिलते हैं, और उनको उसके बारे में कोई जानकारी भी नहीं है। जयश्री दीदी ने शंकलाल बाबा और लाड़की माई के आधार कार्ड और इलेक्शन कार्ड चेक किए, जिनसे पता चला कि बाबा की उम्र 74 साल और लाड़की माई की उम्र 60 साल है।
जयश्री दीदी ने उनको जानकारी देते हुए कहा कि श्रावण बाळ योजना का लाभ 65 साल से ज़्यादा उम्र के महिला व पुरुष को मिलता है, जिनकी कमाई एक तय रकम से नीचे हो और जिनके पास बी पी एल कार्ड न हो। योजना का लाभ उठाने के लिए ‘सेतु’ पर ऑनलाइन आवेदन डालना होगा और कुछ दस्तावेज़ो की फ़ोटोकापी लगेंगी, जिन्हें तहसील के दफ़्तर में जमा करना होगा । 3 महीने तक उसकी प्रक्रिया चलती है और 3 महीने के बाद पेंशन मिलने लगती है। बाबा ने कहा, “हमसे नहीं होगा, हमारे पास पैसे नहीं हैं और धारणी जाना नहीं होता, कैसे करें?” जयश्री दीदी ने कहा, “ठीक है, आप चिंता मत करो, उत्पन्न दाखला जो आपकी आय दिखाता है, मैं सेतु से निकाल लूंगी। आपको सिर्फ़ सरपंच और पुलिस पाटील से ज़रूरी प्रमाण-पत्र लेकर आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड, और 2 फ़ोटो लाना है। ऑनलाइन प्रविष्टि के लिए 200 रुपए लगेंगे, इतना आप जमा कर सको तो बाक़ी सब मैं कर लूंगी।” बाबा ने कहा, “ठीक है।”
जयश्री दीदी ने 18 सितंबर 2023 को तहसील में शंकलाल बाबा की पेंशन का आवेदन जमा किया था। 3 महीने तक प्रक्रिया चलती रही और फिर 10 जनवरी 2024 में शंकलाल बाबा के खाते में पहली पेंशन की किस्त 1500 रुपए आई, और अब हर महीने बाबा को पेंशन मिलनी शुरू हो गयी है। अब शंकलाल बाबा और लाड़की माई को घर चलाने में और बीमारी के मुश्किल समय में पेंशन के पैसों से कुछ सहूलियत हो जाती है।
बाबा को अब कोई भी समस्या होती है तो वे जयश्री दीदी से पूछ लेते हैं। इस प्रकार ‘स्वास्थ्य एवं पोषण’ कार्यक्रम कई सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को समय- समय पर जानकारी और लाभ दिलाने में मदद करता है। लगातार आंगनवाड़ी में स्तनदा, गरोदर माता, कुपोषित बच्चों को संतुलित आहार के विषय में जानकारी देता है। ज़रूरतमंद लोगों के जॉब कार्ड बनवाने में मदद करता है, और मनरेगा के बारे में जानकारी देता है। महिला सशक्तिकरण के लिए “हिस्सेदारी सभा” के माध्यम से लीडर्स ट्रेनिंग कराता है। इस प्रकार ऐसे ही अन्य कार्यों में समाज प्रगति सहयोग अपने ‘स्वास्थ्य एवं पोषण’ कार्यक्रम द्वारा लोगों को जागरूक करने में और महिलाओं को सक्षम करने में अपनी भागीदारी निभाता है।